रसोईयों ने तीन वर्षों से जून का शेष मानदेय भुगतान करने सौपा ज्ञापन
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला।
जिले के रसोईया उत्थान संघ समिति के पदाधिकारियों ने 24 जून को कलेक्टर, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी कार्यालय पहुंचकर जून के महीने का तीन वर्षों से लंबित मानदेय भुगतान कराए जाने कलेक्टर, जिला पंचायत सी ई ओ और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन मांगपत्र सौंपा है।
ज्ञापन मांगपत्र में मांग की गई है, कि मंडला जिले के लगभग चार हजार रसोइयों को जून के महीने का भोजन पकाने का मानदेय पिछले कुछ वर्षों से भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबकि रसोईया 15 जून से 30 अप्रैल तक भोजन पकाने का काम लगातार करते आ रहे हैं।बावजूद इसके जुलाई से अप्रैल तक ही मानदेय का भुगतान किया जाता है। जून के महीने का भुगतान करना पता नहीं क्यों बंद कर दिया गया है।जबकि रसोईया मध्यान्ह भोजन पकाने का काम जून के महीने में भी बराबर करते आ रहे हैं। संगठन के पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि उनको इस कटौती के कारण परिवार चलाने में आर्थिक तंगी अधिक बढ़ जाती है,और लगभग बारह से तेरह दिनों तक का काम बेगार में चला जा रहा है,अपना दुखड़ा बताते यह भी बताया है,कि जून के महीने में उनके खेती-बाड़ी से संबंधित जरूरी काम, बच्चों के स्कूल में प्रवेश से संबंधित खर्चे वाले काम बढ़े हुए होते हैं, जिनको छोड़कर भी मध्यान्ह भोजन पकाने का काम जून के महीने में भी करते हैं ।

बता दें,जून के महीने के लिए मध्यान्ह भोजन के लिए शासकीय उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से चावल और अन्य सामग्रियों जैसे ईंधन,किराना और सब्जियों के लिए राशि स्व-सहायता समूहों के खातों में बराबर जमा होती है, जिससे स्कूलों में जून के महीने में भी मध्यान्ह भोजन खिलाया जाता है। इस महीने में भी भोजन पकाने का काम रसोईयों से ही कराया जाता है ।

रसोईया उत्थान संघ समिति के संस्थापक पी. डी. खैरवार का कहना है,कि रसोइयों को पिछले तीन सत्रों सहित जून के महीने के लंबित शेष मानदेय का भुगतान सरकार जल्द करे। जून के महीने के मानदेय का भुगतान रोककर सरकार गरीब रसोईयों के परिवारों का शोषण न करे।
इस अवसर पर कुंवर सिंह मरकाम, सुरेश बघेल,गायत्री पड़वार,गंगोत्री विश्वकर्मा, रम्मू साहू सहित बड़ी संख्या में रसोईया उपस्थित रहे।