मंडला में नर्मदा नदी उफान पर, किसानों की फसलें तबाह, शहर पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला
जिले में लगातार हो रही झमाझम बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। नर्मदा नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है और इसके साथ ही जिले के सभी छोटे-बड़े नदी-नाले उफान पर हैं। इन नदियों और नालों का पानी नर्मदा में समाहित होने से हालात और गंभीर हो गए हैं। कई इलाकों में जलभराव के कारण लोगों के आवागमन में परेशानी हो रही है।
किसानों की मेहनत पर पानी फिरा
लगातार बारिश और खेतों में पानी भर जाने से किसानों की बोई हुई फसलें सड़ने लगी हैं। कई किसानों ने जो दोबारा फसल बोई थी, वह भी बर्बादी के कगार पर पहुंच गई है। इससे किसानों में भारी मायूसी देखी जा रही है।
निचले इलाकों में खतरा, प्रशासन सतर्क
नर्मदा नदी के किनारे बसे लोगों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। नर्मदा घाटों पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं और किसी भी आपदा से निपटने की तैयारी की जा रही है।
अतिक्रमण बना मुसीबत की जड़
मंडला शहर को तीन तरफ से घेरे नर्मदा नदी के जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए पुराने समय में खाइयों का निर्माण किया गया था। लेकिन आज इन खाइयों पर लोगों ने अतिक्रमण कर दिया है। ये खाइयां अब नालों का रूप ले चुकी हैं, जिससे पानी की निकासी में दिक्कत हो रही है। यदि बारिश ऐसे ही जारी रही तो पानी शहर में घुस जाएगा और बुधवारी बाजार समेत कई इलाके जलमग्न हो सकते हैं। लोगों के घरों में 3 से 4 फुट पानी भरने की आशंका जताई जा रही है।
विशेषज्ञों और स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इन खाइयों से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो मंडला शहर में बाढ़ की विभीषिका से जन-धन की भारी हानि होना तय है।