मंडला के नर्सिंग कॉलेज!ऐसे चल रहे हैं.. रजिस्ट्रेशन के नाम पर मुंह मांगी रकम, पैसे दो तो ही रजिस्ट्रेशन मिलेगा जिसको शिकायत करना है कर दो हम किसी से नहीं डरते कलेक्टर के पास जो चाहे पुलिस के पास
स्कॉलरशिप के लिए बच्चों की दौड़-धूप, जबलपुर यूनिवर्सिटी से संबद्धता पर भी सवाल
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला विशेष रिपोर्ट
मंडला जिले में स्थित कई नर्सिंग कॉलेजों में छात्रों के भविष्य के साथ गंभीर खिलवाड़ हो रहा है। छात्रों को न समय पर रजिस्ट्रेशन मिल रहा है, न स्कॉलरशिप की राशि। ऊपर से कॉलेज प्रबंधन खुलेआम मुंह मांगी रकम वसूल रहे हैं।
छात्रों ने दैनिक रेवांचल टाइम्स को बताया कि उनके परीक्षा संपन्न हुए 5 से 6 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें स्कॉलरशिप की राशि नहीं मिली है। जब वे कॉलेज से इस बारे में जानकारी मांगते हैं, तो प्रबंधन टाल-मटोल करता है या फिर खुलेआम रजिस्ट्रेशन/डिप्लोमा देने के नाम पर मोटी रकम की मांग करता है।
बच्चों ने सुनाई आपबीती:
छात्र-छात्राओं का कहना है कि उन्हें अब तक न रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मिला है, न ही डिग्री या डिप्लोमा। इससे उनकी नौकरी लगने की संभावना भी खत्म हो रही है। कुछ छात्र मानसिक रूप से परेशान हैं, कई परिवार आर्थिक रूप से टूट चुके हैं।
जबलपुर यूनिवर्सिटी से जुड़ा है कॉलेज, फिर मंडला में क्यों?
इन कॉलेजों की संबद्धता जबलपुर की यूनिवर्सिटी से बताई जा रही है। बड़ा सवाल यह है कि जब यूनिवर्सिटी जबलपुर में है, तो मंडला जैसे जिले में नियमों को ताक पर रखकर कॉलेज कैसे चल रहे हैं? क्या विश्वविद्यालय की अनुमति है?
छात्रों से वसूली का पैटर्न:
स्कॉलरशिप नहीं मिलने तक फॉर्म अटकाना
रजिस्ट्रेशन के लिए 40-50 हजार रुपये मांगना
डिग्री देने के बदले अलग से कैश डिमांड
सरकारी योजनाओं का लाभ रोकना
दैनिक रेवांचल टाइम्स जल्द करेगा खुलासा
रेवांचल टाइम्स के पास अब इन कॉलेजों की पूरी सूची और छात्रों के नाम मौजूद हैं। आने वाले दिनों में कॉलेज का नाम और संबंधित अधिकारियों की भूमिका का खुलासा किया जाएगा।
यह मामला सिर्फ छात्रों का नहीं, पूरे शिक्षा तंत्र की साख पर सवाल है। मंडला जिला प्रशासन और जबलपुर विश्वविद्यालय को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर कार्रवाई करनी चाहिए।
अगर आप भी ऐसे किसी कॉलेज में पढ़ रहे हैं और शोषण का शिकार हो रहे हैं, तो अपनी जानकारी रेवांचल टाइम्स तक जरूर पहुंचाएं।