ग्राम पंचायत डुलहरी में भ्रष्ट सरपंच सचिव उपयंत्री राहुल तेकाम को जनपद पंचायत मेहंदवानी कब तक पालने के झूले में झूलाते रखेगा
दैनिक रेवांचल टाइम्स डिंडोरी
दैनिक रेवांचल टाइम्स डिंडोरी –—आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी के पंचायतों को सरपंच,सचिव, उपयंत्री राहुल तेकाम एवं जनपद स्तर के अधिकारियों ने मनरेगा योजना को लूट खसूट का अड्डा बना लिया है, जिले में आए दिन भ्रष्टाचार/घोटालो की खबरें सुर्खियां बटोर रही है, एक ऐसा ही मामला जनपद मेहदवानी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत डुलेहरी का प्रकाश में आया है, जहां नियमों को दरकिनार करते हुए सरपंच,सचिव एवं उपयंत्री ठेकेदार इन चारों की सांठ-गांठ से निर्मित पर्कुलेशन टैंक में भारी भरकम भ्रष्टाचार उजागर हुआ है! जहां ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि हो सकता है
पर्कुलेशन टैंक के निर्माण में नींव में काली मिट्टी के लौंदे नहीं डालने के कारण आने वाले समय पर नींव से पानी का बहुत ज्यादा रिसाव हो भी हो सकता है एवं परकुलेशन टैंक बीचो-बीच से बह गया है, जिस कारण लगभग 17 लाख रुपए की लागत से निर्मित पर्कुलेशन टैंक में भरी बरसात में 10 ड्रम पानी भी नहीं बचा है!
पर्कुलेशन टैंक का निर्माण कर बरसात का पानी इकट्ठा किया जाना था, ताकि ग्रामीणों को इसका फायदा मिल सके, किंतु गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य एवं भ्रष्टाचारी के कारण यह पर्कुलेशन टैंक अपने उद्देश्य की ही पूर्ति नहीं कर पा रहा है! साथ ही ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि पर्कुलेशन टैंक के बेस्ट बेयर निर्माण कार्य में भी गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य कराया गया है, जिससे बेस्ट बेयर की दीवार तो कुछ हद तक सही दिखाई दे रही है
लेकिन एप्रोन तो पहली बारिश में बह गया है, साथ ही परकुलेशन टैंक के बेस्ट बेयर में एप्रोन का निर्माण गुणवत्ता हीन किया गया है, जिससे तेज बहाव के एप्रोन पानी में बह गया या गुणवत्ता ही निर्माण कार्य के चलते भ्रष्टाचार का भेट चढ़ गया और साथ ही साथ बेस्ट बीयर भी धीरे-धीरे धसकते जा रही है, निर्माण स्थल पर निर्मित साइन बोर्ड भी नहीं लगाया गया जो की पंचायती राज अधिनियम कहते हैं कि निर्माण कार्य से पहले साइन बोर्ड लगाना अति आवश्यक है पूरा का पूरा निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर रह गया सरपंच सचिव उपयंत्री और ठेकेदार ईश्वरी साहू उर्फ, वुगई दबंग ठेकेदार के साथ मिलकर सूत्र कहते हैं हो सकता है
इन भ्रष्टाचारियों ने अपनी जेब भरने के लिए जल्द से जल्द इस निर्माण कार्य का एम आई एस करा कर भुगतान प्राप्त करने की जुगत में लग पड़े हैं!ग्रामीणों ने मांग की है कि जब तक इस निर्माण कार्य का सही तरीके से क्रियान्वयन ना करा दिया जाए, इस निर्माण कार्य का भुगतान न किया जाए! और इस तरीके से भ्रष्ट सरपंच सचिव उपयंत्री और ठेकेदार प्रशासन प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही की जाए लेकिन क्या करें इन ठेकेदार और उपयंत्री सरपंच सचिव के हौसले इतने बुलंद है कि इन पर शासन प्रशासन का आदेश का कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि यहां सभी लोग बड़े से बड़े नेताओं की संरक्षण लेकर बैठे हैं जो भ्रष्टाचार को दिन व दिन बढ़ावा दे रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार खुद राजनीतिक पार्टी से जुड़े अच्छे पद में होने के चलते दबंगई से ठेकेदारी करते हैं

जो कितना भी भ्रष्टाचार कर ले इन पर कार्यवाही होना नामुमकिन है उपयंत्री राहुल तेकाम लगभग 5-6 महीना में इतने भ्रष्टाचार अंजाम दे रहे हैं तो इसके पहले दूसरे विकासखंड में पदस्थ रहते हुए कितने बड़े-बड़े भ्रष्टाचार नहीं किए होंगे अब तो राजनीतिक पकड़ के ठेकेदार भी मिल गए हैं जनपद से लेकर पंचायतों में खुल्लम-खुल्ला लूट मचाओ अपनी ही सरकार अपने ही अधिकारी हैं भ्रष्टाचार की होली हम नहीं खेलेंगे तो कौन खेलेगा बस यही तर्क पर चलते रहे और विकास की गाथा गाते रहे। इस मामले में सचिव से बात की गई तो हो सकता है
भ्रष्टाचार को दबाने के लिए निर्माण कार्य प्रगति रथ पर है और जल्द पूरा कर दिया जाएगा कहकर पल्ला झाड़ लिया गया अब सच्चाई क्या है यह तो अपने आप में अहम सवाल है….. जल्द पढ़े दैनिक रेवांचल टाइम्स में अगली खबर अगले पेज पर भ्रष्टाचार का एक और नया खुलासा