सीएम हेल्पलाइन में भारी फर्जीवाड़ा पी. एच. ई. विभाग भेज रहा गलत जवाब, नहीं कर रहा सही निराकरण घोटले छुपाने अपना रहे है नए नए तरीक़े
रेवांचल टाईम्स – मंडला,
रेवांचल टाईम्स – मंडला,इन दिनों लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग लगातार सुर्खियों बना हुआ है और घोटाले की बात नही कितना की जिले के लोग सोच ही नही सकते है, क्योंकि इसी जिले से केबिनेट मंत्री एंव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी की मंत्री इसी जिले से तालुक रखती है वावजूद इसके हर कदम में सरकारी धन में भ्रष्टाचार का खेला जम के चल रहा और विभाग के कार्यपालन यंत्री एस डी ओ उपयंत्री और ठेकेदार तो मलाई छानने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं क्योंकि ये जिला पिछड़े के साथ साथ इस जिले में जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का तो मौन व्रत टूट ही नही रह रहा इस लिए बाहर से आकर ठेकेदार जम के कमाई कर रहे हैं।
वही इस जिले में एक शिकायत सी एम हेल्पलाइन को जिम्मेदारो ने अपने ठेंगे पर ले रहे है जो भी शिकायत करते है उनकी शिकायत में भी फर्जीवाड़ा भू आ रही हैं।
वही मुख्यमंत्री की हेल्पलाइन असफल होती जा रही है सीएम हेल्पलाइन अंतर्गत मध्य प्रदेश के मंडला जिले में भारी गड़बड़ी की जा रही है सही तरीके से सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण नहीं किया जा रहा है निराकरण में सिर्फ गोलमाल किया जा रहा है गलत जानकारी भेज कर निराकरण की औपचारिकता पूरी की जा रही है एक ऐसा ही मामला सामने आया है जानकारी मिली है कि पीएचई विभाग नैनपुर द्वारा ग्राम परसवाड़ा के मनोज सिंह कुशवाह द्वारा की गई शिकायत पर गलत जानकारी भेज रहा है शिकायत का सही निराकरण संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है

शिकायतकर्ता ने शिकायत की है कि उनके घर में नल कनेक्शन नहीं किया जा रहा है जबकि अधिकांश घरों में नल कनेक्शन कर दिया गया है उनके घर के अलावा कुछ घर और रह गए हैं जहां पर नल कनेक्शन किया जाना चाहिए वहां पर नहीं किया जा रहा है साथ में संपूर्ण ग्राम परसवाड़ा में योजना शुरू नहीं की जा रही है जल जीवन मिशन अंतर्गत यहां पर काम कराया गया है भारी गड़बड़ी की गई है अभी भी यहां पर काम अधूरा पड़ा हुआ है सभी तरह के काम जल जीवन मिशन अंतर्गत यहां पर पूर्ण नहीं कराए गए हैं.पी एच ई विभाग द्वारा इस संबंध में जानकारी भेजी जा रही है
कि शिकायतकर्ता द्वारा अतिरिक्त कनेक्शन मांगा जा रहा है जबकि हकीकत यह है कि उनके लिएअभी तक कोई कनेक्शन नहीं किया गया है बल्कि जानबूझकर कनेक्शन नहीं किया जा रहा है सवाल यह है कि फिर इन्हें पानीआखिर कहां से मिलेगा शिकायतकर्ता की मांग है कि पीएच ई विभाग द्वारा जो भी जानकारी भेजी जा रही है उसका भौतिक सत्यापन किया जाए और गलत जवाब भेजने वाले अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करते हुए शिकायत का सही निराकरण कराया जाए।