मंडला जिले में हुआ प्रशिक्षण के नाम पर घोटाला ग्राम पंचायत विकास योजना के प्रशिक्षण में भारी गोलमाल
दैनिक रेवांचल टाइम्स – मंडला, मध्य प्रदेश सरकार पंचायत एवं ग्रामीण स्तर मे काम करने वाले जनप्रतिनिधि, पंचायतकर्मी, स्व सहायता समूहों का समय-समय पर प्रशिक्षण क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के माध्यम से कराती है जिससे कि ग्रामीण क्षेत्रों मे विकास कार्य सही समय में और व्यवस्थित हो सके लेकिन क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान सिवनी प्रशिक्षण के नाम पर लीपापोती कर शासन की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं ऐसा ही एक मामला मंडला जिले में सामने आया है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2024– 25 में क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान सिवनी द्वारा मंडला जिले की सभी जनपद पंचायतों में ऑफ कैंपस प्रशिक्षण कराया गया जिसके लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वराज अभियान (rgsa) पंचायत राज भोपाल से राशि प्राप्त हुईं जिसके तहत मंडला जिले की जनपद पंचायत में ऑफ केंपस प्रशिक्षण दिया जाना था जिसमें दो से पांच पंचायतों का समूह बनाकर प्रशिक्षण दिया जाना था जिसमें प्रतिभागी जनप्रतिनिधि, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक (grs)आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्व सहायता समूहों के सदस्य व अन्य कर्मचारियों को शामिल करना था प्रशिक्षण में शामिल होने वाले प्रतिभागियों का ऑनलाइन पंजीयन कराया जाना था
जिसके बाद प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिया जाना था प्रशिक्षण क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान सिवनी के प्राचार्य एवं समन्वयक विनोद सिंह संकाय सदस्य के नेतृत्व में किया जाना था प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के रजिस्टर्ड मोबाइल से otp लेकर प्रमाण पत्र जनरेट कर प्रतिभागियों के मोबाइल या मेल में डिजिटल माध्यम से पहुंचना था।
प्रशिक्षण में ऐसे हुआ घोटाला
जिन प्रतिभागियों को प्रशिक्षण लेना था उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तो हुआ मगर प्रशिक्षण के लिए कुछ लोगों को औपचारिकता के रूप में बुलवाकर केवल रस्म अदायगी की गई जिससे लगना चाहिए कि प्रशिक्षण दिया गया कागजो के पेट भरकर बाकियों को बुलाया ही नहीं गया और फोन के माध्यम से प्रतिभागियों से otp लेकर प्रमाण पत्र जनरेट कर उनके रजिस्टर्ड मोबाइल और मेल में भेज दिया गया।
इस प्रकार क्षेत्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान सिवनी द्वारा फर्जी प्रशिक्षण करवा दिया गया प्रशिक्षण केंद्र सिवनी व जनपदों की मिली भगत से प्रशिक्षण में होने वाले चाय, नाश्ता, भोजन जैसे अनेक मदो की शासकीय राशि डकार ली गई, प्रशिक्षण के लिए कुशल एमआरपी का उपयोग किया जाना था मगर कुछ एक शासकीय कर्मचारियों को ही मास्टर ट्रेनर बनाकर उन्हीं से प्रशिक्षण दे दिया गया और ऐसे प्रशिक्षण को अंजाम दिया गया।
जीपीडीपी (ग्राम पंचायत विकास योजना) प्रशिक्षण
जीपीडीपी (ग्राम पंचायत विकास योजना) प्रशिक्षण में लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी जीपीडीपी में जिले की स्थिति को अधिकारी ऑनलाइन ही चेक कर सकते हैं कि ग्राम पंचायत विकास योजना में प्रशिक्षण लेने के बाद भी किस स्तर पर और कैसा कार्य किया जा रहा है प्रशिक्षण सही मिला होता तो जीपीडीपी का आंकड़ा खुद ही बयां कर देता ।
यदि इस प्रशिक्षण का जिला प्रशासन एंव उच्चस्तरीय स्तर पर अगर जांच कराई जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा कि आखिरकार किस कदर का प्रशिक्षण के नाम पर शासकीय राशि में खानापूर्ति कर और कागजों का पेट भरकर अपनी जेबे गर्म कर ली गई।